समास के विभिन्न पदों में से एक द्वन्द्व समास भी है। यह समास का वह स्वरुप है, जिसके दोनों पद प्रधान होते है। यानी प्रथम पद और द्वितीय पद दोनों में प्रधान होता है। लेकिन दोनों ही पद एक -दूसरे के विपरीत /विलोम होते है, दोनों पदों में समास होने के वजह से दोनों पदों का अपना -अपना अर्थ होता है, उसे ही द्वन्द्व समास कहते है।
समास के सभी भेदों का उच्चारण करने और सही तरीके से समझने में विराम चिन्ह का बेहद महत्व है। क्या आप जानते हो विराम चिन्ह में कितने भेद होते है और इनका प्रयोग कहा -कहा किया जाता है।
द्वन्द्व समास के भेद द्वन्द्व समास के तीन भेद होते है :-
- इतरेतर द्वन्द्व समास
- समाहार द्वन्द्व समास
- विकल्प द्वन्द्व समास
1 ) इतरेतर द्वन्द्व समास
इस समास के दोनों पदों के बीच और का उच्चारण और दोनों का समान महत्व होता है।
उदाहरण:-
- दादी-दादा = दादी और दादा
- हरिहर = हरि और हर
- भाई-बहन = भाई और बहन
- धन-दौलत = धन और दौलत
2) समाहार द्वन्द्व समास
इस समास में समूहों का बोध होता है। दोनों पदों के प्रधान अलग -अलग होते है। इसके अतिरिक्त इस समास में दो पदों के अलावा तीसरा पद भी छिपा होता है और वह अपने अर्थ का बोध सीधे तरीके से नहीं करता है।
उदाहरण:-
- पचासी = पाँच और अस्सी का समाहार
- एक सौ दस = एक सौ और दस का समाहार
- कपङे-लत्ते = कपङे, लत्ते
- मोटा-ताजा = मोटा, ताजा
3) विकल्प द्वन्द्व समास
इस समास में दो पदों के बीच में या, अथवा आदि शब्दों का प्रयोग होता है, इसे ही विकल्प द्वन्द्व समास कहते है। इस समास को एक शेष द्वन्द्व के नाम से भी जानते है।
उदाहरण :-
- भला – बुरा = भला या बुरा
- ऊँचा -नीचा =ऊँचा या निचा
- लाभ-हानि = लाभ या हानि
- पाप -पुण्य = पाप या पुण्य
द्वन्द्व समास से संबंधित प्रश्नोत्तर FAQs –
द्वन्द्व समास किसे कहते है ?
जिन शब्दों के दोनों पद प्रधान हो, और प्रत्येक पद के मध्य और, एवं,तथा,या, अथवा आदि शब्दों का बोध पाया जाता है, उन्हें ही द्वन्द्व समास कहते है।
विकल्प द्वन्द्व समास किसे कहते है ?
ऐसे पद जिसके बीच ‘या’ और ‘अथवा’ का प्रयोग होता है, और दोनों शब्द एक दूसरे के विपरीत होते है, उसे विकल्प द्वन्द्व समास कहते है।
हाथ -पैर, फल-फूल, दाल-रोटी किस समास के रूप है ?
हाथ -पैर, फल-फूल, दाल-रोटी आदि शब्द समाहार द्वन्द्व समास के कारक है।
यह भी देखें
संधि की परिभाषा और भेद
विशेषण किसे कहते हैं
सर्वनाम किसे कहते हैं
विराम चिन्ह : भेद (12), प्रयोग और नियम
व्यक्ति वाचक संज्ञा
तत्पुरुष समास: परिभाषा, भेद और उदाहरण
संज्ञा (Sangya) – परिभाषा, भेद और उदाहरण