अव्ययीभाव समास: – समास का वह रूप जिसमे पहला पद प्रधान होता है और पुरे वाक्य में क्रियाविशेषण (Adverb) का कार्य करता है। इस समास का पहला पद अव्यय होता है अर्थात इन पर किसी काल, कारक, लिंक आदि शब्दों से कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, जो अपरिवर्तित हो और बदलते न हो ऐसे शब्दों को अव्ययीभाव समास कहते है। इस समास का बोध करते समय पहले पद में आ, यथा, भर, बे, अनु, प्रति, हर, बा आदि शब्द आते है।
Avyayibhav Samas के उदाहरण –
वाक्य | अव्यय | विग्रह |
भरपूर | भर | पूरा भरा हुआ |
आजीवन | आ | जीवन भर |
यथाशक्ति | शक्ति | के अनुसार |
प्रतिदिन | प्रति | हर दिन |
यथास्थान | स्थान | के अनुसार |
आमरण | मृत्यु | तक |
बेरहम | बिना | रहम के |
ऊपर बताएं गए उदाहरण में सभी वाक्य के पहले पद में भर, आ, यथा, प्रति, बे आदि शब्दों का बोध हो रहा है। इसलिए इस समास को Avyayibhav Samas कहते है।
अव्ययीभाव समास के भेद
Avyayibhav Samas के दो प्रकार के भेद होते हैं :-
- अव्ययी पदपूर्व अव्ययीभाव समास
- नामपद पूर्व अव्ययीभाव समास।
1) अव्ययी पदपूर्व अव्ययीभाव समास (Infinitive prepositional infinitive compound)
जिस समास में पहला पद ‘अव्यय’ और दूसरा पद ‘संज्ञा’ होता है। इस समास में शब्द का पहला पद ‘आ’ उपसर्ग होता है और शब्द के अंत में तक का प्रयोग किया जाता है। तो ऐसे समास को अव्ययी पदपूर्व Avyayibhav Samas कहते है। अव्यय का अर्थ होता है जो व्यय न हो, पर क्या आप जानते हो संज्ञा किसे कहते है ? और इसके कितने भेद होते है।
उदाहरण के लिए –
- आजन्म = जन्म तक
- आकण्ठ = कण्ठ तक
- यथायोग्य = योग्यता के अनुसार
- यथामति = मति के अनुसार
- प्रत्येक = हर एक (एक -एक)
2) नामपद पूर्व अव्ययीभाव समास (Nominative prepositional phrase)
जिस समास में पहला पद ‘संज्ञा’ और दूसरा पद ‘अव्यय’ हो तो उसे नामपद पूर्व Avyayibhav Samas कहते है।
उदाहरण के लिए –
- विवाहोपरान्त = विवाह के उपरान्त
- मृत्युपरान्त = मृत्यु के उपरान्त
- विवाहेतर = विवाह के इतर
ऊपर बताएं गए उदाहरण में आप देख सकते है। की द्वितीय पद में अव्यय है और प्रथम पद संज्ञा है।
Avyayibhav Samas के 10 उदाहरण
समस्त पद | विग्रह |
बीचों | बीच ही बीच में |
हाथों हाथ | एक हाथ से दूसरे हाथ |
साफ | साफ बिल्कुल स्पष्ट |
अनजाने | जाने बिना |
अनुरूप | रूप के योग्य |
बेशक | बिना संदेह |
बखूबी | खूबी के साथ |
बेकाम | काम के बिना |
बाकायदा | कायदे के अनुसार |
बेफायदा | फायदे के बिना |
बेमतलब | मतलब के बिना |
सादर | आदर सहित |
निस्संदेह | संदेह रहित |
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अव्ययीभाव समास से संबंधित सवालों के जवाब –
अव्ययीभाव समास किसे कहते है ?
समास का ऐसा रूप जिसमे वाक्य का पहला पद प्रधान होता है। इसी के साथ -साथ पहला पद अव्यय और दूसरा पद संज्ञा होती है। इस समास में कई बार दूसरा पद भी प्रधान होता है।
अव्ययीभाव समास को कैसे पहचानते है ?
इस समास के पहले पद में भर, आ, यथा, प्रति, बे आदि शब्दों का बोध होता है। जैसे – यथासमय, आमरण, प्रतिदिन, भरपेट, लाजवाब आदि। सभी शब्दों के पहले पद में भर, यथा, आ और प्रति का बोध हो रहा है।
Avyayibhav Samas कितने प्रकार के होते है ?
अव्ययीभाव समास दो प्रकार के होते है, पहला – अव्ययी पदपूर्व अव्ययीभाव समास और दूसरा नामपद पूर्व अव्ययीभाव समास है।
नामपद पूर्व अव्ययीभाव समास किसे कहते है ?
ऐसा समास जिसका पहला पद ‘संज्ञा’ और दूसरा पद ‘अव्यय’ होता है। उसे नामपद पूर्व Avyayibhav Samas कहते है।